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अघरिया समाज के तीसवें महासभा का भव्य आयोजन
मां रुद्रेश्वरी की कृपा, आशीर्वाद और उनके आंचल की छांव में ,उनके चरण तले 16 और 17 नवंबर को अखिल भारतीय अघरिया समाज द्वारा आयोजित किए जाने वाले 30 वें महासभा का शुभारंभ महासमुंद जिले के सरायपाली क्षेत्र में स्थित मां रुद्रेश्वरी की धरा सिंघोड़ा में स्थित मां रुद्रेश्वरी मंदिर परिसर में हुआ। सर्वप्रथम उपस्थित पदाधिकारियों अतिथियों और सामाजिक बंधुओं द्वारा मंदिर में विराजित मां रुद्रेश्वरी की पूजा अर्चना करने के बाद हमारे अघरिया समाज के इष्टदेव भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना की गई। आरती महिला सह संयोजिका श्रीमती विमला पटेल, श्रीमती कमला नायक , श्रीमती मिथिला पटेल द्वारा किया गया। इसके बाद मुख्य अतिथि श्रीमती उषा पटेल अध्यक्ष जिला पंचायत महासमुंद द्वारा अखिल भारतीय अघरिया समाज के ध्वज का ध्वजारोहण किया गया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में उपस्थित अतिथियों का पुष्पहार से सरायपाली क्षेत्र के पदाधिकारियों द्वारा स्वागत किया गया।स्वागत भाषण श्री जितेंद्र पटेल वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरायपाली द्वारा दिया गया। श्री द्वारिका पटेल कोषाध्यक्ष ने अखिल भारतीय अघरिया समाज के फरवरी 2022 तक के संशोधित संविधान का वाचन किया।
अखिल भारतीय अघरिया समाज के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ भुवनेश्वर पटेल ने श्री लक्ष्मण पटेल जिला पंचायत उपाध्यक्ष महासमुंद के संयोजन में श्री रेवाशंकर पटेल, श्री नरेश्वर सैलानी, श्री सेतराम पटेल, श्री पुरुषोत्तम पटेल, और श्री एच के नायक की एक समिति बनाने की घोषणा किया जो आपसी विचार विमर्श करके ट्रस्ट डीड तैयार करके केंद्रीय समिति को सौंपेंगे उसके बाद विधिवत अघरिया धाम हेतु एक ट्रस्ट के गठन की घोषणा किया। साथ ही श्रीकृष्ण मंदिर निर्माण हेतु प्राप्त राशि और खर्च के बिल वाउचर के निरीक्षण हेतु महासमुंद जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल और उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण पटेल के नेतृत्व में 21 सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा किया।
महासभा के द्वितीय दिवस
का शुभारंभ हमारे समाज के इष्टदेव भगवान श्रीकृष्ण का पूजन उपस्थित अतिथियों और पदाधिकारियों द्वारा करने से हुआ। मंचस्थ अतिथियों का फूलमाला से स्वागत किया गया। इसके बाद सरायपाली क्षेत्र के विभिन्न पदाधिकारीयों द्वारा सभी क्षेत्रीय अध्यक्षों, केंद्रीय समिति के पदाधिकारियों, क्षेत्रीय संयोजकों का गमछे और स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया गया।उपस्थित लोगों का अघरिया कन्या छात्रावास सरायपाली की छात्राओं द्वारा राजस्थानी वेशभूषा में स्वागत गीत नृत्य के साथ प्रस्तुत किया गया। सरायपाली क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री नेहरूलाल पटेल जी द्वारा स्वागत उद्बोधन दिया गया। अखिल भारतीय अघरिया समाज के केंद्रीय महासचिव श्री दीनदयाल पटेल जी ने पिछले पांच सालों के लेखा जोखा का प्रतिवेदन सभा के सम्मुख पढ़ कर सुनाया।
केंद्रीय कोषाध्यक्ष श्री द्वारिका पटेल ने पिछले पांच साल के अखिल भारतीय अघरिया समाज के आय व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
इस बीच महासभा के मुख्य अतिथि वित्त मंत्री छत्तीसगढ़ शासन और पूर्व आई ए एस माननीय श्री ओ पी चौधरी का आगमन हुआ। मुख्य अतिथि श्री ओ पी चौधरी जी ने सर्वप्रथम अंतर इष्टदेव भगवान श्रीकृष्ण का पूजन किया। इसके सभी केंद्रीय क्षेत्रीय पदाधिकारियों ने श्री ओ पी चौधरी जी का फूलमाला से स्वागत किया।
केंद्रीय अध्यक्ष डॉ भुवनेश्वर पटेल जी ने अपने उद्बोधन में इस महासभा में उपस्थित सब लोगों का आभार व्यक्त किया। आपने आदरणीय वित्त मंत्री ओ पी चौधरी जी से श्रीकृष्ण धाम पैता में सड़क निर्माण हेतु 2 करोड़ और पानी टंकी निर्माण हेतु 1करोड़ की राशि की मांग की।
आदरणीय ओ पी चौधरी जी ने अपने उद्बोधन में समाज को आगे बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले समस्त पदाधिकारियों की प्रशंसा की। आपने समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए समस्त पदाधिकारियों से आह्वान किया। आपने यहूदियों के योगदान को रेखांकित करते हुए उनसे प्रेरणा लेते हुए सामाजिक बंधुओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने पर जोर दिया। आपने कहा कि दुनिया में वही व्यक्ति आगे बढ़ता है जिसके पास ज्ञान है योग्यता है कोई नया इनोवेशन है। आज दुनिया में असली ताकत है टेक्नालॉजी और इनोवेशन। आपने सबसे अपील किया कि अवसर को भुनाएं और आने वाले समय के लिए अपनी पीढ़ी को तैयार करें।
आपने अघरिया धाम के एप्रोच रोड के लिए अगले बजट में राशि के प्रावधान करने का आश्वासन दिया। पानी टंकी निर्माण पर आपने तकनीकी पहलुओं पर विचार करने के बाद राशि स्वीकृत करने की बात कही।
भोजनावकाश के उपरांत अखिल भारतीय अघरिया समाज के संविधान नियमावली पर विचार विमर्श किया गया और उसमें आवश्यक संशोधन सुधार करने हेतु विभिन्न क्षेत्रीय समितियों द्वारा भेजे गए प्रस्तावों को पढ़कर सुनाया गया। उन प्रस्तावों पर उपस्थित सभी लोगों से राय मांगी गई और जिन प्रस्तावों पर बहुमत था उन्हें पारित किया गया। जिनमें मुख्य रूप से विवाह के अवसर पर आयोजित होने वाले प्री वेडिंग और जूता चोरी पर प्रतिबंध, समाज के विवाह करने वाले दंपत्तियों के विवाह का क्षेत्रीय समिति में 500 रु शुल्क लेकर अनिवार्य पंजीयन, अंतरजातीय विवाह पर रोक, विवाह मे बारातियों की सीमित करने, यथासंभव रात्रि विवाह न करने और रात्रि विवाह की स्थिति में अधिकतम रात्रि 8 बजे तक बारातियों के पहुंच परघनी संपन्न करने, सामाजिक भोज में मांसाहार और मद्यपान पर पूर्ण प्रतिबंध, दाह संस्कार में भोज सीमित करने, बेटियों को दाह संस्कार की अनुमति,दशकर्म में निकटस्थ परिजनों को ही निमंत्रण, दशकर्म में सादा भोजन,हर वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन भव्य तरीके से मनाना, हर वर्ष प्रत्येक क्षेत्र से एक किसान का चयन कर केंद्रीय स्तर पर उसका सम्मान, इत्यादि
बिंदुओं पर विचार विमर्श करने के बाद संविधान संशोधन करने का निर्णय लिया गया।।
अंत में वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ गेसमोती पटेल के उद्बोधन के बाद मंचस्थ अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। महासभा में उपस्थित होने वालों में समस्त पदाधिकारियों, सामाजिक बंधुओं के साथ ही अखिल भारतीय अघरिया समाज के समस्त केंद्रीय, क्षेत्रीय, और अन्य पदाधिकारी और सभी क्षेत्रों से 5000 से अधिक सामाजिक बंधुओं की दमदार उपस्थिति रही।मंच संचालन महासचिव श्री दीनदयाल पटेल और प्रवक्ता श्री दिनेश चौधरी ने किया।उक्त जानकारी केंद्रीय सोशल मीडिया सचिव विजय पटेल द्वारा दी गई।।